दान , मानवीय सहायता या किसी उद्देश्य के लिए दिया गया उपहार है । दान कई रूपों में हो सकता है, जिसमें पैसा , भिक्षा , सेवाएँ या कपड़े , खिलौने , भोजन या वाहन जैसे सामान शामिल हैं । दान से शिक्षा, शादी विवाह एवम समाज सेवा आदि ज़रूरतें पूरी हो सकती हैं ।

इसी तरह पटवा मैट्रिमोनियल भी एक चैरिटेबल ट्रस्ट है जो आप लोगों के दान/अनुदान/सहयोग से चलता है। आप लोगों का प्यार और समर्थन और सहयोग के कारण ही हम आगे और आगे बढ़ते ही जा रहे है।

जीवन में सहयोग की भावना का होना नितांत आवश्यक है किसी भी ब्यक्ति द्वारा किया गया सहयोग छोटा या बड़ा नहीं होता…… सहयोग अपनी क्षमतानुसार करना चाहि। सहयोग एक मानवीय गुड़ है जो की हमें संगठन, सह-बंधुत्व और अनुशासन के माध्यम से समाज में स्वतंत्रता एवम सौहाद्र की भावना को विकसित करता है।
सहयोग की भावना हमारे संगठन पटवा मैट्रिमोनियल को समृद्ध, स्थिर और मजबूत बनती है। आपका छोटे से छोटा सहयोग हमारे संगठन पटवा मैट्रिमोनियल के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
   संगठित रहें………..सहयोग करें ………….साथ रहें !!
यकीन मानिए आपका दिया गया छोटे से छोटा सहयोग भी हमारे पटवा समाज के बहुत काम आएगा।

कोई संस्था/समिति तब तक तरक्की नहीं कर सकती जब तक उसका समाज उसका साथ ना दे।।

इसी तरह पटवा मेट्रिमोनियल जो कि एक चैरिटेबल ट्रस्ट है, समाज के लिए निरंतर कार्य करते हुए आगे बढ़ रहा है।

पटवा मेट्रिमोनियल फेसबुक, व्हाट्सएप और वेबसाइट पर पटवा समाज के लिए निशुल्क उपलब्ध है, तथा वैवाहिक रिश्ते आदि कराने में मदद करता है।

जैसा कि आप जानते हैं कि किसी भी संस्था को चलाने के लिए समाज का सहयोग बहुत जरूरी होता है, यदि आपको लगता है कि पटवा मेट्रिमोनियल अपना काम ईमानदारी से कर रहा है तो दान/अनुदान/सहयोग आदि देकर हमे और मजबूत बनाइए जिससे हम पटवा समाज के लिए और अधिक काम कर सके तथा समाज को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके।
एडमिन पंकज

सहयोग का अर्थ है दो या दो से अधिक व्यक्तियों या संगठनों के बीच मिलकर काम करना, एक दूसरे की मदद करना, और सामान्य लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक साथ प्रयास करना।

सहयोग के कुछ मुख्य तत्व हैं:

1. सामान्य लक्ष्य: सहयोग करने वाले सभी पक्षों के एक ही लक्ष्य या उद्देश्य होना चाहिए।
2. मिलकर काम करना: सहयोग करने वाले सभी पक्षों को एक दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
3. एक दूसरे की मदद करना: सहयोग करने वाले सभी पक्षों को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।
4. विश्वास और समझ: सहयोग करने वाले सभी पक्षों के बीच विश्वास और समझ होनी चाहिए।

सहयोग के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

1. बेहतर परिणाम: सहयोग करने से बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
2. विशेषज्ञता का लाभ: सहयोग करने से विभिन्न विशेषज्ञताओं का लाभ उठाया जा सकता है।
3. समस्याओं का समाधान: सहयोग करने से समस्याओं का समाधान आसानी से हो सकता है।
4. संबंधों में सुधार: सहयोग करने से संबंधों में सुधार हो सकता है।

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